Loan Refinancing kya hai – लोन रिफाइनेंसिंग क्या है और हमारे लिए कैसे फायदेमंद है
हम सभी को जीवन में कभी ना कभी पैसे की तंगी या किसी चीज को खरीदने के लिए लोन लेने
हम सभी को जीवन में कभी ना कभी पैसे की तंगी या किसी चीज को खरीदने के लिए लोन लेने
सरचार्ज, एक ऐसा शब्द है जो हम अक्सर सुनते हैं, खासकर जब बात टैक्सेशन और फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की होती है।
जब हम इन्वेस्टमेंट और टैक्सेशन की बात करते हैं, तो कई फाइनेंशियल टर्म हैं, जो हमारे सामने आती है। ‘इंडेक्सेशन’
SME यानी की छोटी और मीडियम साइज की कंपनियां। बड़ी कंपनियों की तरह ही यह कंपनिया भी देश की इकोनॉमिक
स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करने वालों को बाजार को प्रभावित करने वाले कई फैक्टर्स को ध्यान में रखकर
इन्वेस्टमेंट की दुनिया में, हम अपनी की कई इन्वेस्टमेंट की रिटर्न को मापने के लिए कई सारे टूल और रेश्यो
फाइनेंशियल प्लानिंग का एक अहम भाग है, रिटायरमेंट प्लानिंग। रिटायरमेंट प्लानिंग, यानी की उस समय के लिए प्लानिंग जब आपके
इन्वेस्टमेंट पर टैक्सेशन की बात हो तो हमे वहां कैपिटल गेन टैक्स के बारे में जरूर सुनने को मिलता है।
CRR का मतलब होता है : Cash Reserve Ratio। यह रेश्यो RBI द्वारा निर्धारित किया जाने एक महत्त्वपूर्ण टूल हैं, जो देश में
हेज फंड एक तरह के प्राइवेट पार्टनरशिप इन्वेस्टमेंट होती है जहां पर कई बड़े इन्वेस्टर अपने पैसे को एक साथ पूल करते है, और एक
शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट करते समय हमे कई महत्वपूर्ण टर्म और कॉन्सेप्ट के बारे में सुनने को मिलता है और
म्यूचुअल फंड में FD, यानी की ऐसे म्यूचुअल फंड प्लान जिनमे बैंक FD की तरह ही कई सालो का लॉक