जब भी आप एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करते हो तो आपको अकाउंट होल्डर और बैंक अकाउंट नंबर सहित एक और कोड की जरुरत पड़ती है जिसे IFSC कोड कहते है। आपने भी IFSC कोड को अपने बैंक की पासबुक, चेक या बैंक स्टेटमेंट में जरूर देखा होगा, लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है की IFSC कोड क्यों इतनी जगह दिखाई देता है और यह किस लिए जरुरी है? आज के आर्टिकल “IFSC full form in Hindi” में हम IFSC कोड के बारे में पूरी जानकारी आपके सामने रखने की कोशिश करेंगे।
IFSC कोड क्या होता है – IFSC full form in Hindi
IFSC कोड का मतलब होता है: Indian Financial System Code.
हिंदी में इसका मतलब होता है: भारतीय वित्तीय प्रणाली संहिता
IFSC कोड एक 11 नंबर का alphanumeric कोड होता है जिसका इस्तेमाल पैसों को डिजिटल रूप से एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। इस कोड का मुख्य उपयोग बैंक की ब्रांच की जानकारी हासिल करने के लिए किया जाता है और यह कोड हर एक बैंक शाखा के लिए यूनिक होता है। जब कभी भी हम IMPS, NEFT या RTGS द्वारा पैसे ट्रांसफर करते है तो हमे IFSC कोड की जरुरत पड़ती है। यह कोड हमारे बैंक को बेनिफिशियरी के बैंक और ब्रांच से जुडी जरुरी जानकारी देता है ताकि पैसे बिना किसी गलती के सही अकाउंट में ट्रांसफर हो पाएं।
IFSC कोड को पहली बार 1990 के साल में RBI द्वारा फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन की एक्यूरेसी और सिक्योरिटी को बढ़ाने के लिए प्रयोग में लाया गया था और तब से यह भारतीय बैंकिंग सिस्टम के एक अभिन्न अंग के रूप में काम कर रहा है।
IFSC कोड के भाग – IFSC code ke bhaag
IFSC कोड 11 अंको का alphanumeric कोड होता है। Alphanumeric यानि जिसमे अल्फाबेट और नंबर दोनों शामिल होते है। इसके अलग अलग भाग हमे बैंक और ब्रांच के बारे में अलग अलग जानकारी देते है। जैसे की:
- पहले 4 डिजिट बैंक के नाम को रिप्रेजेंट करते है।
- पांचवा करैक्टर हमेशा जीरो होता है।
- आखिर के छह करैक्टर बैंक का ब्रांच कोड होते है।
उदाहरण के लिए: SBIN0001234
इस कोड में SBIN बैंक के नाम यानि के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को रिप्रेजेंट करता है। पांचवा करैक्टर जो हमेशा 0 रहता है और आखिर के छह करैक्टर 001234 जो की बैंक के ब्रांच नंबर को दर्शाते है।
IFSC कोड क्यों जरुरी है – IFSC code kyu jaruri hai
IFSC कोड ऑनलाइन फंड ट्रांसफर करने वाली सर्विसेज जैसे की NEFT, IMPS और RTGS के लिए जरुरी है। जब भी हम कोई ऐसी ट्रांजैक्शन करते है तो अकाउंट नंबर और अकाउंट की जानकारी समेत हमे IFSC कोड भी भरना पड़ता है। जब यह जानकारी हमारे बैंक के पास जाती है तो वह इसे फंड ट्रांसफर करने से पहले वेरीफाई करता है। IFSC कोड को वेरीफाई करने पर उसे बेनिफिशियरी बैंक और ब्रांच से जुडी जरुरी जानकारी प्राप्त होती है। अगर यह जानकारी सही हो तब ही पैसे एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर होते है। इस तरह IFSC कोड ट्रांजैक्शन की एक्यूरेसी और सिक्योरिटी में एक अहम किरदार निभाता है।
IFSC कोड कैसे पता करे – IFSC code kaise pata karen
IFSC कोड को काफी आसानी से बैंक की पासबुक, अकाउंट स्टेटमेंट और चेक में देखा जा सकता है। इसके इलावा आप ऑनलाइन कई सारे माध्यमों से IFSC कोड का पता लगा सकते है, जैसे की:
बैंक की वेबसाइट: लगभग सभी बैंक अपनी official वेबसाइट पर अपनी सभी बैंक ब्रांच की जानकारी उपलब्ध करवाती है। आप उनकी वेबसाइट पर जाकर ब्रांच लोकेटर की मदद से IFSC कोड का पता लगा सकते है।
ऑनलाइन IFSC सर्च: कई सारी ऐसी वेबसाइट है जो हमे बैंक नाम और ब्रांच की मदद से IFSC कोड को ढूढने में मदद करती है। ऐसी ही एक वेबसाइट है: bankifsccode.com, यहां जाकर आप किसी भी बैंक का IFSC कोड उसके नाम, ब्रांच या MICR कोड की मदद से जान सकते है।
कस्टमर केयर: अगर आपको कहीं और से IFSC कोड नहीं मिल पा रहा है तो आप बैंक के कस्टमर केयर को कॉल करके और उसे जरुरी जानकारी देकर इसका पता लगा सकते है।
बैंक अकाउंट नंबर द्वारा: इसके इलावा आप बैंक अकाउंट नंबर द्वारा भी IFSC कोड को जान सकते है।
बैंक अकाउंट नंबर से IFSC कोड कैसे पता करे – Bank Account number se IFSC code kaise pata karen
बैंक अकाउंट नंबर से IFSC कोड पता करने के लिए आपके पास दो चीजे होनी चाहिए:
बैंक का नाम और बैंक अकाउंट नंबर
उदाहरण के लिए बैंक का नाम है ICICI BANK और अकाउंट नंबर है: 00454123456
ऊपर दी गईं जानकारी से IFSC कोड बनाने के लिए:
- पहले चार करैक्टर बैंक का नाम रिप्रेजेंट करते है इसलिए पहले करैक्टर होंगे ICIC
- पांचवा करैक्टर हमेशा जीरो होता है 0
- अकाउंट नंबर के पहले के चार करैक्टर ब्रांच कोड पर होते है, हमारे केस में पहले चार करैक्टर है 0045
- IFSC के लास्ट 6 करैक्टर ब्रांच कोड को रिप्रेजेंट करते है इसलिए वह बनेंगे 0000045
- इस तरह से IFSC कोड बना ICIC0000045
यहां इस बात का ध्यान रखे की इस कोड को किसी ट्रांजैक्शन में इस्तेमाल करने से पहले इंटरनेट पर सर्च ले। सर्च करने पर वह बैंक के नाम और ब्रांच सहित सारी जानकारी आपको दे देगा। उसे वेरीफाई करने के बाद ही कहीं पर IFSC कोड इस्तेमाल करे।
ये भी जाने: Swift code kya hota hai – कहाँ इस्तेमाल होता है और कैसे पता करे
निष्कर्ष – Conclusion
IFSC यानि Indian Financial System Code भारतीय फाइनेंशियल सिस्टम का एक अहम भाग है और रोजाना की हो रही सभी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में एक अहम भूमिका निभाता है। यह यूनिक कोड ट्रांजैक्शन को सिक्योर बनाने के साथ साथ ही पेमेंट को बिना किसी गलती के सही अकाउंट में क्रेडिट करने में मदद करता है। अपने इस आर्टिकल के माध्यम से हमने IFSC कोड के बारे में पूरी जानकारी आपको देने की कोशिश की है। आशा है की आपको यह जानकारी पसंद आई होगी और अगर इस से जुड़ा कोई और सवाल भी है तो आप हमसे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते है।