आजकल के भागदौड़ भरे जमाने में काम और परिवार की उलझनों के बीच इंसान अपनी सेहत पर ध्यान देना लगभग छोड़ देता है। ऊपर से हर रोज किसी नए वायरस की खबर सुनना तो आम सी बात हो गई है। ऐसे में अगर कोई इंसान किसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाए तो कब अपने खून पसीने से संजोए पैसे हॉस्पिटल के खर्चों में बह गए, पता ही नहीं चलता।
इन परिस्थितियों से बचने के लिए इंसान का हेल्थ इंश्योरेंस लेना बहुत ही जरुरी बन जाता है। यह इमरजेंसी में होने वाले हॉस्पिटल के खर्चों से आपको बचाने में बहुत अहम भूमिका निभा सकता है। आजकल तो बहुत कम प्रीमियम पे ही आराम से 5 लाख तक का हेल्थ कवर मिल जाता है।
हेल्थ इंश्योरेंस की विशेषताओं के हिसाब से इनमे कई तरह के वर्ग होते है और उन्ही में से एक है मेडिक्लेम। बहुत से लोगो में मेडिक्लेम और हेल्थ इंश्योरेंस में अंतर को लेकर confusion रहती है। हालांकि दोनों ही इमरजेंसी की स्तिथि में हमे फाइनेंशियली सपोर्ट करती है, पर फिर भी कुछ लिहाज से इन दोनों में फर्क है। तो, मेडिक्लेम और हेल्थ इंश्योरेंस में क्या फर्क है? जानते है आज के आर्टिकल में। लेकिन इस से पहले जान लेते है इंश्योरेंस के बारे मे कुछ बेसिक बाते।
इंश्योरेंस क्या होता है ? – Insurance kya hota hai?
बीमा या इंश्योरेंस एक कॉन्ट्रैक्ट है जो एक व्यक्ति और संस्था जिसे बीमा कंपनी कहते है, के बीच होता है। इस कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार बीमा कंपनी बीमाकृत की जाने चीज पे होने वाले नुकसान के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा या मुआवजा प्रदान करती है। इस तरह बीमाधारक अचानक होने वाले इमरजेंसी के खर्चो से बीमा कंपनी द्वारा प्रोटेक्शन प्राप्त करता है।
बीमा पालिसी की किस्म के मुताबिक बीमाधारक को एक टाइम पीरियड के अंतराल में पालिसी की तय किशते भरनी पड़ती है। इन किश्तों की कीमत ली गई पालिसी के प्रकार पर निर्भर करती है।आजकल लगभग हर तरह की बीमा पालिसी मार्किट में उपलब्ध है जैसे की लाइफ इंश्योरेंस,ऑटो इंश्योरेंस, प्रॉपर्टी इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस पालिसी आदि।
मेडिक्लेम क्या होता है ? – Mediclaim kya hota hai?
एक ऐसी हेल्थ इंश्योरेंस पालिसी जो सिर्फ इमरजेंसी स्तिथि से आपको financial protection दे उसे मेडिक्लेम कहा जाता है। यह इमरजेंसी की स्तिथि जैसे की एक्सीडेंट,आपातकालीन सर्जरी या बीमारी financially कवर करती है। अपनी सुविधा के अनुसार इंश्योरेंस लेते वाला व्यक्ति reimbursement और कैशलेस दोनों की विकल्पों में से किसी का भी चुनाव कर सकता है। मेडिक्लेम पॉलिसी कई तरह की हो सकती है जिनमे शामिल है:
Individual Mediclaim policy: इस तरह की मेडिकल पालिसी में सिर्फ एक ही व्यक्ति का इंश्योरेंस किया जाता है। hospitalization के सभी खर्चे सिर्फ उस व्यक्ति तक ही सीमित होते है।
Family-floater Mediclaim policy: इस तरह की पालिसी में सारा परिवार इंश्योरेंस के दायरे में आता है। इसमें खुद ,पत्नी, बच्चे और ज्यादा तर केस में माँ-बाप भी कवर होते है।
Senior citizen Mediclaim policy: सीनियर सिटीजन मेडिक्लेम पालिसी वृद्ध लोगो के को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
Critical illness Mediclaim policy: इस पालिसी में कई गंभीर बिमारिया जैसे की कैंसर, हार्ट अटैक आदि कवर होती है।
Group Mediclaim policy: इस तरह की पालिसी किसी संस्था द्वारा अपने कर्मचारियों के हॉस्पिटल के खर्चों को कवर करने के लिए की जाती है।
हेल्थ इंश्योरेंस होता है ? – Health Insurance kya hota hai?
जहां मेडिक्लेम सिर्फ इमरजेंसी की स्तिथि में ही आपको कवर देती यही वही हेल्थ इंश्योरेंस सभी तरह की बीमारी और इमरजेंसी की स्तिथि में होने वाले दवाई के खर्चों, प्री-पोस्ट hospitazation, सर्जिकल खर्चे आदि सभी कवर करती है। सरल भाषा में कहे तो हेल्थ इंश्योरेंस किसी भी तरह की मेडिकल स्तिथि के लिए एक कंप्लीट पैकेज देता है। हेल्थ इंश्योरेंस के अंतर्गत अगर आप इनके हॉस्पिटल के नेटवर्क्स से इलाज करते है तो वहां कैशलेस ट्रीटमेंट की सुविधा मिलती है या अगर किसी और हॉस्पिटल से इलाज करवाने पर अपनी जेब से पैसे देते है तो उसे बाद में क्लेम लिया जा सकता है। इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए बीमाकृत व्यक्ति को नियमित प्रीमियम भरने पड़ते है। मेडिक्लेम की तरह ही हेल्थ इंश्योरेंस प्लान कई तरह होते है:
Individual health insurance: इस तरह की हेल्थ इंश्योरेंस एक इंसान के मेडिकल खर्चों को कवर करती है।
Family floater health insurance: पुरे परिवार की एक ही पालिसी में कवरेज के लिए इस तरह की हेल्थ इंश्योरेंस का इस्तेमाल किया जाता है।
Senior citizen health insurance: यह प्लान मुख्यता सीनियर या वृद्ध वर्ग के लोगो लिए बनाए गए होते है।
Critical illness insurance: इस तरह की हेल्थ इंश्योरेंस सिर्फ गंभीर केसेस जैसे की कैंसर, हार्ट अटैक आदि को कवर करते है।
Group health insurance: किसी कंपनी द्वारा कर्मचारियों का हेल्थ इंश्योरेंस इस स्कीम के अंडर कराया जाता है।
Government-funded health insurance schemes: भारतीय सरकार द्वारा गरीब और निम्न वर्ग लोगो के हित के लिए कई स्कीम्स चलाई जाती है जैसे की आयुष्मान भारत, राष्ट्रीय स्वस्थ्य बीमा योजना आदि।
यह भी जानिए: Types of Insurance in Hindi – इंश्योरेंस कितनी तरह के होते हैं? पूरी जानकारी
मेडिक्लेम और हेल्थ इंश्योरेंस में क्या फर्क है? – Mediclaim aur Health Insurance me kya fark hai?
मेडिक्लेम | हेल्थ इंश्योरेंस |
मेडिक्लेम सिर्फ इमरजेंसी की स्तिथि में hospitalization के खर्चों पर कवरेज देता है। अगर आप हॉस्पिटल में भर्ती हुए हो तभी आप क्लेम के लिए अप्लाई कर सकते है। | हेल्थ इंश्योरेंस एक व्यापक कवर प्रदान करता है जो अस्पताल में भर्ती होने के खर्च से कहीं ज्यादा है। इनमें से कुछ खर्चों में annual health checkups, daily hospital cash, OPD expenses, आदि शामिल हैं। |
मेडिक्लेम में कोई ad-on कवर नहीं होता। | हेल्थ इंश्योरेंस के साथ कई तरह से ad-on कवर्स मिलते है जैसे की मैटरनिटी बेनिफिट, क्रिटिकल इलनेस कवर आदि। |
मेडिक्लेम में hospitalization कवर की लिमिट सिर्फ 5 लाख तक होती है | हेल्थ इंश्योरेंस प्लान किसी भी अमाउंट का हो सकता है जो शहर, व्यक्ति और प्लान के ऊपर निर्भर करता है। |
मेडिक्लेम फ्लेक्सिबल नहीं होता यानि की इसमें कवर की अमाउंट हमेशा एक सी ही रहती है। | हेल्थ इंश्योरेंस प्लान फ्लेक्सिबल होते है और इन्हे कस्टमाइज भी किया जा सकता है। |
निष्कर्ष – Conclusion
मेडिक्लेम और हेल्थ इंश्योरेंस दोनों ही इमरजेंसी की स्तिथि में इंसान को financially सपोर्ट करते है। जहां मेडिक्लेम सिर्फ एक specific condition में ही आपको सपोर्ट करता है बही हेल्थ इंश्योरेंस आपके हॉस्पिटल के A से Z तक के खर्चों को कवर कर सकता है। अपनी फाइनेंशियल कंडीशन और जरुरत के हिसाब से ही किसी को पालिसी का चुनाव करना चाहिए। यह रही भारत की कुछ पॉपुलर हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां, जहां से आप आसानी से प्लान compare करके इंश्योरेंस खरीद सकते है:
Yes! Finally something about maintest.