Home loan Vs Mortgage Loan – होम लोन और मॉर्गेज में क्या अंतर है?

हम सभी की जिंदगी में कभी ना कभी ऐसी स्थिति आती ही है, जहां हमें अपने सपनों या जरूरत की चीज खरीदनी होती है, लेकिन जेब तंग होने के कारण हम उसे खरीद नहीं पाते। ऐसे में, एक ऐसा साधन है जिसके जरिए हम बिना पूरे पैसे दिए, अपनी मनपसंद चीज, चाहे वो घर हो, गाड़ी हो, या मोबाइल हो, खरीद सकते हैं। इसी साधन का नाम ‘लोन’ है, जो अलग-अलग फाइनेंशियल फर्मों द्वारा दिया जाता है। ‘लोन’ यानी कि वह कर्जा जो हम अपनी जरूरतों के लिए किसी व्यक्ति या संस्थान से ब्याज पर लेते हैं, और जिसे आसान किश्तों में बाद में अदा कर सकते हैं।

लोन के साथ हमें ‘मॉर्गेज’ शब्द भी अक्सर पढ़ने और सुनने को मिलता है, और लोग आमतौर पर इनका इस्तेमाल एक दूसरे की जगह कर लेते हैं, जैसे कि ये एक ही चीज के दो नाम हों। पर यहां नोट करने वाली बात यह है कि इन दोनों में कुछ फर्क है और दोनों का अपना मकसद होता है। ‘Home loan vs Mortgage Laon’, आज के इस आर्टिकल में हम इसी के अंतर को जानेंगे।

Home loan aur Mortgage me kya antar hai?

लोन किसे कहते है? – Loan kise kehte hai?

लोन एक तरह का पैसे का उधार है, जो हम किसी व्यक्ति या संगठन से लेते हैं, जिसे बाद में तय तारीख को ब्याज के साथ एक बार में या किश्तों में चुकाया जाता है। बैंकों, क्रेडिट यूनियनों और अन्य वित्तीय संस्थानों सहित कई अन्य स्रोतों से लोन लिया जा सकता है। लोन लेने के पीछे कई तरह के कारण हो सकते हैं, जैसे नया घर लेना हो, कोई पर्सनल जरूरत हो, या कोई नया बिज़नेस शुरू करना हो। हर तरह के लोन की अपनी शर्तें और ब्याज दरें होती हैं। लोन कई तरह के हो सकते हैं, जैसे कि:

पर्सनल लोन
ऑटो लोन
मॉर्गेज
स्टूडेंट लोन
बिजनेस लोन
क्रेडिट कार्ड लोन

होम लोन – Home Loan

होम लोन, एक ऐसा कर्जा जिसे सिर्फ घर खरीदने या उसे रेनोवेट करने के लिए लिया जाता है। यानी कि ऐसा लोन, जिसके जरिए मिले पैसों का इस्तेमाल सिर्फ घर लेने या उसके निर्माण के लिए किया जाए, उसे होम लोन कहते हैं। अपनी सुविधा के अनुसार, लोन लेने वाला फिक्स्ड या फ्लोटिंग रेट इंटरेस्ट पर लोन ले सकता है, और लोन की अमाउंट को धीरे-धीरे आसान किश्तों में अदा कर सकता है।

मॉर्गेज लोन – Mortgage loan

दूसरी तरफ, मॉर्गेज लोन किसी भी तरह की जरूरत के लिए लिया जा सकता है। इस तरह के लोन को प्रॉपर्टी को गिरवी रखकर लिया जाता है, जिस पर लोन लेने वाले का पहले से ही अधिकार होता है। अगर किसी केस में वह लोन नहीं चुकाता, तो कंपनी गिरवी रखी प्रॉपर्टी को नीलाम करके अपने पैसों की भरपाई कर सकती है।

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होम लोन VS मॉर्गेज लोन – Home loan Vs Mortgage Loan

होम लोन मॉर्गेज लोन
यह लोन सिर्फ नए घर के कंस्ट्रक्शन या घर खरीदने के लिए लिया जाता है। यह लोन किसी भी तरह की जरूरत के लिए लिया जा सकता है, चाहे वह पर्सनल हो या बिज़नेस।
यह लोन प्रॉपर्टी की 90% वैल्यू तक का मिल सकता है। लोन की अमाउंट प्रॉपर्टी की वैल्यू की 60% या 70% तक हो सकती है।
मॉर्गेज की तुलना में इसकी ब्याज दर कम होती है। होम लोन की तुलना में इसकी ब्याज दर अधिक होती है।
प्रोसेसिंग फीस, लोन की वैल्यू की लगभग 0.8% से 1.2% के बीच में होती है। प्रोसेसिंग फीस, लोन की वैल्यू की लगभग 1.5% तक होती है।
रीपेमेंट का समय 30 साल तक का हो सकता है। रीपेमेंट का समय 15 साल तक का हो सकता है।

निष्कर्ष – Conclusion

होम लोन और मॉर्गेज लोन, दोनों ही सिक्योर्ड लोन की कैटेगरी में आते हैं, और दोनों को लेने के लिए सिर्फ कुछ दस्तावेजों के इलावा बाकी तरह से सब फॉर्मेलिटी एक सी ही है। दोनों लोन ही अपनी उद्देश्य को पूरा करते हैं, लेकिन बस कुछ कारणों से एक दूसरे से अलग हैं। इस पोस्ट के माध्यम से बस यही बताने की कोशिश की गई है कि आम लोग इन दोनों टर्म्स से कंफ्यूज ना हों और दोनों के बीच के फर्क की जानकारी रखें।

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