XIRR Meaning in hindi – जानिए म्यूचुअल फंड में XIRR क्या है और क्यों जरूरी है

म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करते समय हम अक्सर कई तकनीकी शब्दों से रूबरू होते हैं। इनमें से एक है XIRR. यह शब्द इन्वेस्टर्स के लिए थोड़ा जटिल लग सकता है, लेकिन इसकी समझ आपके इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न को सही ढंग से मापने के लिए बेहद जरूरी है। आमतौर पर रिटर्न को कैलकुलेट करने के लिए हम प्रिंसिपल अमाउंट पर हुई बढ़ोतरी को नोटिस में लेते है, जिसमें सिर्फ इन्वेस्ट की गई वैल्यू और उसकी अंतिम वैल्यू शामिल होती है। लेकिन वही पर अगर केस म्यूचुअल में SIP का हो तो उसमे कैलकुलेशन करने के तरीका थोड़ा अलग हो सकता है, क्योंकि इसमें निरंतर टाइम इंटरवल पर लगातार इन्वेस्टमेंट की जाती है। इस आर्टिकल ’XIRR Meaning in hindi’ में हम XIRR को सरल भाषा में समझेंगे, और यह भी की यह कैसे काम करता है और म्यूचुअल फंड में इसकी क्या भूमिका है।

XIRR Meaning in hindi

म्यूचुअल फंड में XIRR क्या है – XIRR Meaning in hindi

XIRR का मतलब होता है Extended Internal Rate of Return.

यह एक फाइनेंशियल टूल है जो आपके द्वारा इन्वेस्ट की गई राशि और इन्वेस्टमेंट से मिलने वाली रिटर्न के समय को ध्यान में रखते हुए रिटर्न को मापता है। इसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब अलग अलग समय में कई सारी ट्रांजेक्शन की जा रही हो जिनमे इन्वेस्टमेंट और रिडेंप्शन दोनों शामिल हो सकती है। SIP के केस में जहां अलग अलग समय में निरन्तर अमाउंट आपके अकाउंट से डिडक्ट होती है और समय पड़ने पर इन्वेस्टमेंट में से रिडेंप्शन भी ली जा सकती है, में एवरेज रिटर्न को कैलकुलेट करना मुश्किल होता है। ऐसे में केस में आप CAGR या IRR के द्वारा सही एनुअल रिटर्न का पता नहीं लगा पाते। इस लिए ऐसे केस में रिटर्न को कैलकुलेट करने और दर्शाने के लिए XIRR का इस्तेमाल किया जाता है।

XIRR एक निजी रिटर्न रेट होता है जो की आपकी इन्वेस्टमेंट की असल वैल्यू के बारे में बताता है।

XIRR कैसे काम करता है – XIRR kaise kaam karta hai

म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट अक्सर एक ही बार में नहीं की जाती। लंपसम में आप पैसा कई बार इन्वेस्ट कर सकते है वहीं, SIP के माध्यम से हम एक निश्चित समय अंतराल में निश्चित राशि म्यूचुअल फंड स्कीम में इन्वेस्ट करते है। उदाहरण के लिए आपने इस महीने यानी दिसंबर में 10,000 म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट किया, 10,000 जनवरी में और बाकी 5000 फरवरी में। नवंबर में आपने इसी म्यूचुअल फंड से कुल 40,000 निकाले। इन सभी ट्रांजेक्शन को देखते हुए कुल रिटर्न को सिर्फ CAGR के माध्यम से कैलकुलेट करना मुमकिन नहीं हैं क्योंकि यहां पर सभी अमाउंट अलग अलग टाइम पीरियड के लिए इनवेस्टेड रही है और हरेक की पीरियड की रिटर्न अलग होती है। इसलिए यहां पर हम XIRR का इस्तेमाल करते है।

इसी तरह SIP के केस में आपके द्वारा निश्चित की गई अमाउंट हर महीने एक निश्चित तारीख को आपके अकाउंट से काटी जाती है। उदाहरण के लिए अगर अपने 5000 की SIP 5 साल के लिए चलाई हो जिसकी वैल्यू आज 7 लाख रुपए है। इसमें हर काटी गई SIP इंस्टॉलमेंट की रिटर्न अलग होगी क्योंकि वह अलग समय अंतराल पर इन्वेस्ट की गई है। ऐसे केस में भी CAGR द्वारा इन्वेस्टमेंट से मिली सही रिटर्न का पता लगा पाना मुमकिन नहीं है, इसलिए हम XIRR का इस्तेमाल करते है।

XIRR की कैलकुलेशन के लिए इन्वेस्टमेंट की तारीख और रिडेंप्शन दोनों की तारीखों जरूरी है। इसे आसानी से माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल में फार्मूले की मदद से कैलकुलेट किया जा सकता है।

XIRR कैसे कैलकुलेट करें – XIRR kaise calculate kare

जैसा कि पहला ही बताया गया है, XIRR एक बेहतरीन तरीका है जिसके माध्यम से हम ऐसे म्यूचुअल फंड की एनुअल रिटर्न को कैलकुलेट करते है, जिसमें अनियमित तौर पर इन्वेस्टमेंट की गई है और रिडेंप्शन ली गई है। ऐसी इन्वेस्टमेंट में SIP और SWP जैसे साधन शामिल हो सकते है जिनमें पैसा नियमित तौर पर इन्वेस्ट किया जाता और निकाला जाता है। XIRR को कैलकुलेट करने के लिए हम नीचे दिए स्टेप्स का इस्तेमाल करते है:

डाटा को इकठ्ठा करना: कैलकुलेशन के लिए जरूरी डाटा का इंतेज़ाम करे। इस डाटा में इन्वेस्ट की गई अमाउंट, निकाली गई अमाउंट, इन्वेस्टमेंट की तारीख और निकासी की तारीख शामिल होती है। इन्वेस्टमेंट के लिए हम पॉजिटिव वैल्यू और रिडेंप्शन के लिए हम नेगेटिव वैल्यू का इस्तेमाल करते है। इसके इलावा फाइनल वैल्यू जिसमें म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट की आज की वैल्यू या रिडेंप्शन की अमाउंट शामिल होती है उसे भी ध्यान में रखा जाता है।

एक्सेल या गूगल शीट का इस्तेमाल: दी गई वैल्यू को एक्सेल या गूगल शीट में दाखिल करें। जैसे कॉलम A में ट्रांजेक्शन की तारीख डाले और कॉलम B में इन्वेस्ट किए और निकाले गए पैसे डाले। जिस कॉलम में इन्वेस्ट किए गए पैसे दाखिल किए है, उनके आगे – का साइन जरूर डाले।

XIRR फार्मूले का इस्तेमाल: सभी जरूरी डाटा के दाखिल हो जाने के बाद XIRR फार्मूले के इस्तेमाल द्वारा रिटर्न कैलकुलेट की जाती है। यह फॉर्मूला माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल में पहले से मौजूद होता है।

XIRR formula: XIRR(values, dates)

उदाहरण के लिए,

Values: -1000, -1000, -1000, -1000, -1000, 6000

Dates: 01-Jan-2024, 01-Feb-2024, 01-Mar-2024, 01-Apr-2024, 01-May-2024, 01-Dec-2024

Formula: XIRR(B2:B7, A2:A7)*100

XIRR के फायदे – XIRR ke fayde

सटीकता: रिटर्न मापने के अन्य तरीकों की तुलना में XIRR को अधिक सटीक माना जाता हैं, क्योंकि यह सिर्फ शुरुआती और अंतिम वैल्यू ध्यान में ना रखते हुए, निरंतर आ रहे कैश फ्लो और टाइमिंग को भी ध्यान में रखकर रिटर्न को कैलकुलेट करता है।

तुलना करने में मददगार: XIRR की मदद से हम एक म्यूचुअल फंड स्कीम की तुलना बाकी स्कीमों के साथ या इन्वेस्टमेंट के बाकि साधन जैसे कि बैंक FD, RD, PPF और अन्य इक्विटी इन्वेस्टमेंट के साथ कर सकते है।

SIP कैलकुलेशन में फायदेमंद: म्यूचुअल फंड में अक्सर इन्वेस्टमेंट एक बार में नहीं की जाती। चाहे SIP का केस हो या लंपसम का, लोग अपने पास फंड्स उपलब्ध होने पर अलग अलग समय म्यूचुअल फंड स्कीम में इन्वेस्ट कर सकते है, और जरूरत पड़ने पर उसे निकलवा भी सकते है। ऐसे केस में रिटर्न की कैलकुलेशन CAGR के माध्यम से नहीं की जा सकती। इसलिए यहां पर XIRR का इस्तेमाल किया जाता है।

सही इन्वेस्टमेंट निर्णय लेने में मददगार: अपनी इन्वेस्टमेंट की सही रिटर्न को जानने के बाद हम अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा करने के लिए लिए जा रहे इन्वेस्टमेंट निर्णय को और अच्छा बना सकते है।

XIRR के नुकसान – XIRR ke nuksaan

जटिल कैलकुलेशन: वैसे तो अगर सही तरह अच्छे से समझ XIRR कि कैलकुलेशन की जाए तो यह ज्यादा मुश्किल नहीं है, लेकिन फिर भी काफी सारे लोगों को इसे समझने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।

सब तरह की इन्वेस्टमेंट में उपयोगी नहीं: XIRR का सही इस्तेमाल सिर्फ वहीं है जहां पर अलग अलग टाइम इंटरवल पर इन्वेस्टमेंट की गई हो या पैसे निकाले गए हो। रेगुलर या वन टाइम इन्वेस्टमेंट के केस में इसका इस्तेमाल सही नहीं रहता।

सटीक डाटा पर निर्भरता: XIRR की कैलकुलेशन के लिए सटीक और निरन्तर कैश फ्लो डाटा की टाइमिंग के साथ जरूरत होती है। अगर डाटा अधूरा या सही न हो तो XIRR से मिलने वाली रिटर्न की कैलकुलेशन सही नहीं होती।

यह भी जाने: Rolling Returns Meaning in Hindi – म्यूचुअल फंड में रोलिंग रिटर्न क्या होती है और क्यों इस्तेमाल की जाती

निष्कर्ष – Conclusion

XIRR म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट में एक महत्वपूर्ण टूल है जो आपकी इन्वेस्टमेंट की यात्रा का सटीक मूल्यांकन करता है। यह इन्वेस्टर्स को उनके SIP और अनियमित इन्वेस्टमेंट से मिलने वाली रिटर्न को समझने में मदद करता है। यदि आप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर रहे हैं, तो XIRR की समझ आपको बेहतर इन्वेस्टमेंट निर्णय लेने में मदद करेगी। आप इसे एक्सेल या अन्य फाइनेंशियल टूल्स के माध्यम से आसानी से कैलकुलेट कर सकते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि आप अपने इन्वेस्टमेंट की पूरी क्षमता का लाभ उठा सकें।

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