Trailing Return Meaning In Hindi – म्यूचुअल फंड में ट्रेलिंग रिटर्न क्या होती है और कैसे काम करती है

म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने वाले लगभग सभी लोगों का पहला सवाल यहीं होता है कि उनका पैसा कितनी अच्छी तरह से बढ़ रहा है और उसपर कितनी रिटर्न मिल रही है। अपनी की गई इन्वेस्टमेंट की रिटर्न को मापने के मार्केट में बहुत से तरीके उपलब्ध है, जैसे एनुअल रिटर्न, एब्सोल्यूट रिटर्न, CAGR आदि। इन्हीं में से एक है, ट्रेलिंग रिटर्न। इस आर्टिकल ’Trailing Return Meaning in Hindi’ में हम समझने की कोशिश करेंगे कि ट्रेलिंग रिटर्न क्या है, इसका क्या महत्व है और इसे कैसे समझा जाए।

Trailing Return Meaning in Hindi

ट्रेलिंग रिटर्न क्या होती है – Trailing Return Meaning in Hindi

ट्रेलिंग रिटर्न म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट की परफॉर्मेंस को मापने का एक तरीका है। यह इस बात को दर्शाता है कि एक फंड ने, एक निश्चित समय अवधि जैसे कि 1 साल, 3 साल या 5 साल में किस तरह से परफॉर्म किया है। यह बात इस चीज का पता लगाने के काम आती है कि अगर आपने किसी म्यूचुअल फंड स्कीम में पहले (ट्रेलिंग) इन्वेस्ट किया होता तो आपको उसपर क्या रिटर्न मिलती। आसान भाषा में कहें तो यह आपको फंड की पास्ट परफॉर्मेंस दिखाता है, जिससे हमें समझने में आसानी होती है कि फंड कितना फायदेमंद रहा है।

उदाहरण के लिए अगर हम किसी म्यूचुअल फंड स्कीम में आज इन्वेस्ट करने जा रहे, और जानना चाहते है कि आज से 3 साल पहले हमने अगर उस फंड में इन्वेस्टमेंट की होती तो उसकी आज वैल्यू क्या होती। इसी बात को जानने के लिए हम ट्रेलिंग रिटर्न का इस्तेमाल करते है। अगर आज की तारीख 6 दिसंबर 2024 है तो ट्रेलिंग रिटर्न हमे, 6 दिसंबर 2021 से लेकर 6 दिसंबर 2024 तक की एवरेज रिटर्न दिखाएगा।

ट्रेलिंग रिटर्न कैसे कैलकुलेट की जाती है – Trailing Return Kaise Calculate ki jaati hai

ट्रेलिंग रिटर्न एक म्यूचुअल फंड की परफॉर्मेंस को दो तरीकों के बीच के टाइम पीरियड में कैलकुलेट करने का एक तरीका है, जो सबसे नजदीकी तारीख पर खत्म होता है। इसकी कैलकुलेशन में नीचे दिए फार्मूले का इस्तेमाल किया जाता है:

Trailing Return = (Ending value/Starting value)^(1/Trailing Period) – 1

यहां:

Ending value: पीरियड के अंत में फंड की NAV

Starting Value: पीरियड के शुरुआत में फंड की NAV

Trailing Period: जिस टाइम पीरियड की रिटर्न कैलकुलेट करनी है

चलिए इसे एक उदाहरण के साथ समझते है:

अगर आज की तारीख 6 दिसंबर 2024 और आप निप्पोन इंडिया मल्टीकैप फंड की 3 साल की ट्रेलिंग रिटर्न कैलकुलेट करना चाहते है तो:

6 दिसंबर 2024 की NAV: 299.6417

6 दिसंबर 2021 की NAV: 143.046

फार्मूले अनुसार: (299.6417/143.046)^(1/3) – 1 = 27.44%

इस तरह 3 साल की ट्रेलिंग रिटर्न हुई: 27.44%

ट्रेलिंग रिटर्न का महत्व – Trailing Return ka Mahatav

ट्रेलिंग रिटर्न एक इन्वेस्टर को यह समझने में मदद करता है कि एक फंड ने समय के साथ कैसा परफॉर्म किया है। यह म्यूचुअल फंड स्कीम के अलग अलग पहलुओं की तुलना करने में मदद करता है। इसके तहत:

रिस्क और रिटर्न को समझना: हर फंड को एक अच्छी रिटर्न जनरेट करने के लिए कम या ज्यादा रिस्क लेना पड़ता है। इसी रिस्क के कारण फंड की रिटर्न में मार्केट की स्थिति के अनुसार उतार चढ़ाव आते है। ट्रेलिंग रिटर्न आपको यह समझने में मदद करता है कि फंड ने इन उतार चढ़ावों को किस तरह से हैंडल किया है और रिस्क को किस तरह से मैनेज किया है।

लॉन्ग टर्म परफॉर्मेंस को समझना: क्योंकि ट्रेलिंग रिटर्न अलग अलग समय अंतराल में फंड की रिटर्न को दर्शाता है, और आमतौर पर म्यूचुअल फंड स्कीम में हमारी इन्वेस्टमेंट लॉन्ग टर्म के लिए होती है, इसलिए यह हमे फंड की लॉन्ग टर्म परफॉर्मेंस को समझने में मदद करता है।

विभिन्न फंड्स के साथ तुलना: आप अपनी इन्वेस्टमेंट के लिए विभिन्न फंड की तुलना ट्रेलिंग रिटर्न के आधार पर कर सकते है। यह आपको अपने उद्देश्य के अनुरूप अच्छे फंड का चुनाव करने में मदद करता है।

इन्वेस्टमेंट फैसले लेने में मददगार: इन्वेस्टर्स ट्रेलिंग रिटर्न का इस्तेमाल एक अच्छा इन्वेस्टमेंट निर्णय लेने के लिए कर सकते है। अच्छी ट्रेलिंग रिटर्न वाले फंड एक बेहतर मैनेजमेंट वाले फंड की और इशारा करते है, जो हमे हमारे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट निर्णय लेने में मदद करते है।

कैसे देखें ट्रेलिंग रिटर्न – Kaise Dekhen Trailing Return 

ट्रेलिंग रिटर्न को आप आसानी से किसी भी ऑनलाइन प्लेटफार्म की मदद से देख सकते है। इन प्लेटफार्म में शामिल है:

म्यूचुअल फंड वेबसाइट और ऐप्स: लगभग सभी म्यूचुअल फंड कंपनियों की अपनी वेबसाइट और ऐप्स है जहां पर वह अपनी स्कीम से जुड़े सभी डेटा को उपलब्ध करवाती है। इन वेबसाइट और ऐप पर आप आसानी से म्यूचुअल फंड की ट्रेलिंग रिटर्न को देख सकते है।

ऑनलाइन ब्रोकर: ऑनलाइन ब्रोकर और फिनटेक प्लेटफार्म जैसे कि Groww, etmoney ,Valueresearch आदि पर ट्रेलिंग रिटर्न को आसानी से चेक किया जा सकता है।

फाइनेंशियल एडवाइजर: एक अनुभवी फाइनेंशियल एडवाइजर भी आपको स्कीम से जुड़ी सभी जानकारी समेत ट्रेलिंग रिटर्न के बारे में बता सकता है।

यह भी जाने: Equity Savings Fund in Hindi – जानिए इक्विटी सेविंग्स फंड क्या है, इसमें क्यों और कैसे करें इन्वेस्ट

निष्कर्ष – Conclusion 

ट्रेलिंग रिटर्न अपनी इन्वेस्टमेंट की परफॉर्मेंस को जानने का एक महत्वपूर्ण  तरीका है, लेकिन यह किसी भी तरह से इन्वेस्टमेंट निर्णय लेने का अकेला आधार नहीं हो सकता। अगर आप किसी म्यूचुअल फंड स्कीम में इन्वेस्टमेंट कर रहे है तो पहले से इस बात को सुनिश्चित करें कि आपकी रिस्क लेने की शमता क्या है, आपका इन्वेस्टमेंट उद्देश्य क्या है और कितने टाइम पीरियड के लिए आप इन्वेस्टमेंट करने जा रहे है। ट्रेलिंग रिटर्न को समझ कर और इसका इस्तेमाल करके आप एक बेहतर इन्वेस्टमेंट निर्णय ले सकते है, लेकिन इसके साथ इन्वेस्टमेंट के बाकी पैरामीटर्स पर भी ध्यान देना जरूरी है।

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