भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) समय समय पर आम लोगों की इन्वेस्टमेंट जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अलग अलग तरह के इन्वेस्टमेंट साधन लाता रहता है। इन साधनों के अंतर्गत यह कोशिश की जाती है कि इन्वेस्टर्स को सुरक्षित और फायदेमंद इन्वेस्टमेंट ऑप्शन मिलें। ऐसे ही एक बेहतरीन इन्वेस्टमेंट ऑप्शन का नाम है RBI Floating Rate Savings Bond। यह बॉन्ड इन्वेस्टर्स को एक निश्चित समय के लिए सरकारी गारंटी के साथ ब्याज अर्जित करने का मौका देता है। इस आर्टिकल में, हम RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड के बारे में विस्तार से जानकारी देने की कोशिश करेंगे।
RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड क्या है – RBI Floating rate savings bond kya hai
RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड RBI द्वारा जारी किया जाने वाला एक बॉन्ड है, जो फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट पर आधारित होता है। इसका मतलब की इसमें इन्वेस्टर्स को मिलने वाला इंटरेस्ट रेट फिक्स्ड नहीं होता, बल्कि हर छह महीने में उसमें कुछ बदलाव किया जाता है। यह बॉन्ड 100% सरकारी गारंटी के साथ आता है, जिससे यह एक सुरक्षित इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बन जाता है।
फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड या RBI सेविंग्स बॉन्ड को 01 जुलाई 2020 को लॉन्च किया गया था और यह पहले से मौजूद 7.75% सरकारी बॉन्ड की जगह लॉन्च किया गया था। इसे RBI बॉन्ड और RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड 2020 के नाम से भी जाना जाता है।
RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड की विशेषताएँ – RBI Floating rate savings bond ki visheshtayen
इंटरेस्ट रेट: फ्लोटिंग रेट बॉन्ड की सबसे बड़ी विशेषता इसका फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट है। इस इंटरेस्ट रेट में हर छह महीने में बदलाव किया जाता है और इसे भारत सरकार द्वारा इश्यू किए जाने वाले NSC के इंटरेस्ट रेट से 0.35% ज्यादा रखा जाता है। उदाहरण के लिए, अगर NSC का इंटरेस्ट रेट 7% है, तो RBI फ्लोटिंग रेट बॉन्ड का इंटरेस्ट 7.35% होगा।
लॉक इन पीरियड: फ्लोटिंग रेट बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 7 साल का होता है। यानी, अगर इन्वेस्टर इस बॉन्ड में इन्वेस्ट करता है तो 7 साल के दौरान इन्हें रिडीम नहीं किया जा सकता। हालांकि, कुछ विशेष श्रेणियों के वरिष्ठ नागरिकों को प्री मैच्योर withdrawal की सुविधा दी गई है। यह बॉन्ड फिक्स्ड ownership के साथ आते है, यानि किसी भी परिस्थिति में इन्हें ट्रांसफर कही किया जा सकता।
मिनिमम और मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट लिमिट: इन बॉन्ड्स में कम से कम 1000 रुपए से इन्वेस्टमेंट की जा सकती है। मैक्सिम इन्वेस्टमेंट की बात करें तो उसकी कोई भी लिमिट नहीं है। आप 1000 के मल्टीपल में जितनी चाहे उतनी अमाउंट इन्वेस्ट कर सकते है।
इंटरेस्ट पेमेंट: इन बॉन्ड पर मिलने वाले इंटरेस्ट का भुगतान हर छह महीने में किया जाता है। यह इंटरेस्ट सीधे इन्वेस्टर के बैंक अकाउंट में जमा किया जाता है। इस बॉन्ड में मिलने वाले इंटरेस्ट पर कंपाउंडिंग का फायदा नहीं मिलता, यानी इन्वेस्टर को सिर्फ सिंपल इंटरेस्ट मिलता है।
टैक्सेशन: इस बॉन्ड पर मिलने वाला इंटरेस्ट इनकम पूरी तरह से टैक्सेबल होती है। इनमें इन्वेस्टर को अपनी इनकम स्लैब के अनुसार टैक्स का भुगतान करना पड़ता है और इन्वेस्टर्स को इसे अपनी ITR में शामिल करना होता है।
RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड में कौन इन्वेस्ट कर सकता है? – RBI Floating rate savings bond main kaun invest kar sakta hai
इस बॉन्ड में निम्नलिखित भारतीय नागरिक इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं:
- Individual Investors
- Minor इन्वेस्टर्स through Gaurdian
- ज्वाइंट इन्वेस्टर्स
- चेरिटेबल संस्था और यूनिवर्सिटीया
- हिंदू अविभाजित परिवार (HUFs)
NRI इस बॉन्ड में निवेश नहीं कर सकते।
RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड में कैसे इन्वेस्ट करें – RBI Floating rate savings bond main kaise invest karen
इस बॉन्ड को खरीदने के लिए नीचे बताए तरीकों का उपयोग किया जा सकता है:
बैंकों के माध्यम से: ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट बैंक जैसे SBI, HDFC, ICICI, Bank of Baroda आदि इस बॉन्ड की बिक्री करते हैं। आप इन बैक्स में जाकर आसानी से एप्लीकेशन फॉर्म के साथ जरूरी ID प्रूफ और पेमेंट को सबमिट करवा कर इनमें इन्वेस्ट कर सकते है। HDFC बैंक द्वारा इस बॉन्ड का एप्लिकेशन फॉर्म आप इस लिंक से डाउनलोड कर सकते है।
ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से: आप अपने बैंक की इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से भी इन बॉन्ड्स में इन्वेस्ट कर सकते है। यहां इस बात का ध्यान रखे कि सभी बैंक ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट की ऑप्शन नहीं देते।
ब्रोकर के माध्यम से: इन्वेस्टर अपने फाइनेंशियल एडवाइजर या पहले से आपको सर्विसेज देने वाले फाइनेंशियल ब्रोकर को कहकर भी इन बॉन्ड्स में इन्वेस्टमेंट कर सकते है। यह ब्रोकर आपको इन्वेस्टमेंट के बारे में गाइड करने और इन्वेस्टमेंट करने में आपकी मदद करते है।
RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड में क्यों करें इन्वेस्ट – RBI Floating rate savings bond main kyu karen invest
सरकारी गारंटी: यह बॉन्ड 100% सरकारी गारंटी के साथ आते है, यानि इनमें मिलने वाली रिटर्न पूरी तरह से फिक्स्ड और गारंटेड होती है। इस कारण यह एक सुरक्षित इन्वेस्टमेंट साधन बन जाता है। इनमें मिलने मौजूदा इंटरेस्ट रेट 8.05% है।
रेगुलर इनकम: इस बॉन्ड का इंटरेस्ट हर छह महीने में मिलता है। इस इंटरेस्ट की पेमेंट है 1 जनवरी और 1 जुलाई को की जाती है। वह लोग जो अपनी इन्वेस्टमेंट से रेगुलर, रिस्क फ्री इनकम चाहते है उन लोगों के लिए यह एक अच्छा विकल्प बन जाता है।
महंगाई से बचाव: इन बॉन्ड में मिलने वाली ब्याज दर मार्केट के अन्य साधनों और बढ़ती महंगाई में अनुसार अनुकूल होती है। इस कारण यह बढ़ती महंगाई के प्रभाव से बचाव करने में सहायक हो सकता है।
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट: 7 साल का इन्वेस्टमेंट पीरियड होने के कारण यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो लम्बे समय के लिए के लिए सुरक्षित इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं।
RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड पर टैक्सेशन – RBI Floating rate savings bond par taxation
RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड इनकम टैक्स के एक्ट 1961 के अनुसार टैक्सेबल होते है। इसके अनुसार बॉन्ड्स इन्वेस्टवेंट से मिलने वाला इंटरेस्ट आपकी इनकम के तौर पर गिना जाता है, और आपके टैक्स स्लैब अनुसार ही टैक्सेबल होता है। इसके इलावा इलावा मिलने वाली इंटरेस्ट पेमेंट पर TDS कटौती भी को जाती है अगर एक साल में इंटरेस्ट पेमेंट 10,000 से ज्यादा की होती है।
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निष्कर्ष – Conclusion
अगर आप एक सुरक्षित, सरकारी गारंटी के साथ रेगुलर इंटरेस्ट देने वाले साधन की तलाश में हैं, तो RBI Floating Rate Savings Bond आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है। यह आपको एक रेगुलर इनकम देने के साथ साथ पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करने का काम भी करता है। अगर आप अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में एक स्टेबल और विश्वसनीय ऑप्शन को जोड़ना चाहते हैं, तो यह बॉन्ड आपके लिए सही हो सकता है। हालांकि, किसी भी तरह की इन्वेस्टमेंट करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें।